पूज्य दंडी संन्यासी जी की समाधि

सद्गुरुदेव जी महाराज के पूज्य पिता श्री रामबली शुक्ल, संन्यास धारण के पश्चात् स्वामी श्री रामप्रसाद आश्रम जी महाराज के नाम से प्रसिद्ध हुए। संन्यास पूर्व वे भदबा गांव के एक प्रतिष्ठित, कर्मठ ब्राह्मण के रूप में जाने जाते थे। घर में पूजा-पाठ का नियम व अन्य समस्त दैनिक कार्यों में अनुशासन का कठोरता के … Read more

त्रिशक्ति गोशाला

भारतवर्ष में गौ-पूजन का विधान आदिकाल से ही प्रचलित रहा है, जिसके पर्याप्त प्रमाण प्राचीन ग्रन्थों में कारण सहित मिलते हैं। माता की ही भांति गाय सरलतम रूप से मनुष्य का पालन-पोषण करती है, इसीलिए कहा गया है- गावो विश्वस्य मातरः अर्थात्, “गाय विश्व की माता ही है।” गाय के दुग्ध को आयुर्वेद में अमृत … Read more

मूलध्वज साधना मंदिर

इस धरा पर प्रवेश के उपरांत, सद्गुरुदेव जी महाराज के द्वारा दिनांक 23 जनवरी 1997, दिन- गुरुवार, शुक्ल पक्ष पूर्णिमा के शुभमुहूर्त पर भूमिपूजन के पश्चात् सर्वप्रथम मूल की स्थापना की गई। इसी दिन उपस्थित कुछ भक्तों के समक्ष गुरुदेव जी ने अपने चिंतन में कहा था कि ”यह वो स्थान है, जहाँ पर ‘माँ’ … Read more

श्री दुर्गाचालीसा अखण्ड पाठ मंदिर

श्री दुर्गाचालीसा अखण्ड पाठ मंदिर को यदि पंचज्योति शक्तितीर्थ सिद्धाश्रम धाम का हृदयस्थल कहें, तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी, क्योंकि प्रथम तो यह मंदिर सिद्धाश्रम के मध्य में स्थित है और द्वितीय इस मंदिर में श्री दुर्गाचालीसा का अखण्ड पाठ, अनुष्ठान के रूप में हर क्षण ठीक वैसे ही गतिमान है, जैसे किसी काया में … Read more