पंचज्योति शक्तितीर्थ सिद्धाश्रम

Chetna Mantra

निःशुल्क शक्तिजल

निःशुल्क शक्तिजल

सदगुरुदेव परमहंस योगीराज श्री शक्तिपुत्र जी महाराज के द्वारा जन-जन को ‘शक्तिजल’ के रूप में एक ऐसा चमत्कारिक आशीर्वाद प्रदान किया गया है, जो अपने विशिष्ट गुणधर्म के द्वारा सहज रूप से व्यक्ति को उसके दैहिक, दैविक, भौतिक, त्रिविध तापों से एक साथ मुक्त करने में सक्षम है। गुरुवर जी के द्वारा गरीब, वंचित, असहाय, आमसमाज के जीवन में परिवर्तन और कल्याण के लिए अपने तपबल से महाशक्तियज्ञों में शक्तिजल का निर्माण किया गया है। अब तक देशभर के करोड़ों लोग शक्तिजल का नियमित पान करके अपने अवगुणों व मनोविकारों से मुख होकर स्वास्थ्य, सम्पन्नता व पुरुषार्थ का जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
शक्तिजल के माध्यम से नशामुक्ति का अभूतपूर्व कार्य संपन्न किया जा रहा है। नशामुक्त होने की इच्छा से सिद्धाश्रम आने वाले समाज के लोगों को अपना आशीर्वाद प्रदानकर, शक्तिजल के उपयोग का निर्देशन सद्गुरुदेव जी महाराज के द्वारा सदैव ही दिया जाता है। जाति, आयु, वर्ग या समुदाय तक ही सीमित न होकर शक्तिजल, जीवन सुधार के आकांक्षी प्रत्येक व्यक्ति के लिए उपयोगी है।
सिद्धाश्रम आकर गुरुवर से मिलने वाले समाज के अनेक नए भक्तों से ज्ञात होता है कि उन्होंने अपने क्षेत्र में ही संगठन के किसी व्यक्ति से शक्तिजल प्राप्त करके उपयोग करना प्रारंभ किया था, जिसके प्रभाव से उनकी वर्षों पुरानी नशे की लत से उन्हें मुक्ति मिल गई। इस तरह समाज के लाखों लोग नशा, भूतप्रेत की बाधा, असाध्य शारीरिक बीमारियों, मानसिक विकृतियों, उलझनों व हर तरह की व्याधियों से शक्तिजल का उपयोग करके लाभान्वित हो चुके हैं।
समाज में आज जब कुपात्र धर्मप्रमुखों के द्वारा पीड़ितजनों को मंहगे ताबीजों, यंत्रों, रत्नों के माध्यम से ईश्वरीय कृपा और सुख-शान्ति का भटकावपूर्ण मार्ग बताकर ठगा जा रहा है, ऐसी स्थिति में निःशुल्क रूप से प्राप्त होने वाले शक्तिजल से, बिना किसी भेदभाव के हर जाति, धर्म, सम्प्रदाय के लोगों के जीवन में सुधार और परिवर्तन के साथ सुख-शान्ति की स्थापना हो रही हैं।
गंगाजल अथवा नर्मदाजल का आधार पाकर स्वयं को विस्तारित करने वाली यह महाऔषधि, एक ऋषि की संकल्पशक्ति का प्रसाद है, जिसका श्रद्धापूर्वक सेवन करने से लोगों को रोग, शोक और कष्टों से मुक्ति मिलती है। सिद्धाश्रम धाम सहित हर उस स्थान पर निःशुल्क रूप से शक्तिजल प्राप्त किया जा सकता है. जहाँ पर भगवती मानव कल्याण संगठन के टीमप्रमुखों व कार्यकर्ताओं के द्वारा जनजागरण के क्रम सम्पन्न किए जाते हैं।

जय माता की - जय गुरुवर की